वक्त है सफर का, चलना इसकी पहचान है,
खामोशी खुद में समेटे, ढल जाती हर शाम है।
हर सवेरे सूरज उगता, प्रकाश देता शुभ से[..]
Ravi Adhana
24 जनवरी , 2022
24 जनवरी , 2022
वक्त है सफर का, चलना इसकी पहचान है,
खामोशी खुद में समेटे, ढल जाती हर शाम है।
हर सवेरे सूरज उगता, प्रकाश देता शुभ से[..]